बन्ने के गीत -बन्ना अलबेला - Banne Ke Geet - Banna Albela
बन्ना अलबेला, पलंग पर लेटा, हो रहा बहुत उदास से
मेरी कौन पड़ावे भाँवरियाँ
मेरी कौन पड़ावे भाँवरियाँ
बन्ना अलबेला...............
मधुर-मधुर बाबा से बोला, सुन लो मेरी पुकार,
शादी करवा दो, घर बसवा दो, उमर है निकली जाए।
दादी बुलावे, बैठ समझावै, लड़की देखी दो चार रे
अब कौन तुझे समझाए
बन्ना अलबेला......
मधुर-मधुर ताऊ से बोला, सुन लो मेरी पुकार,
शादी करवा दो, घर बसवा दो, उमर है निकली जाए।
दादी बुलावे, बैठ समझावै, लड़की देखी दो ऐ चार रे,
अब कौन तुझे समझाए
बन्ना अलबेला......
मधुर-मधुर पापा से बोला, सुन लो मेरी पुकार,
शादी करवा दो, घर बसवा दो, उमर है निकली जाए।
दादी बुलावे, बैठ समझावै, लड़की देखी दो ऐ चार रे,
अब कौन तुझे समझाए
बन्ना अलबेला......
मधुर-मधुर चाचा से बोला, सुन लो मेरी पुकार,
शादी करवा दो, घर बसवा दो, उमर है निकली जाए।
दादी बुलावे, बैठ समझावै, लड़की देखी दो ऐ चार रे,
अब कौन तुझे समझाए
बन्ना अलबेला......
बन्ना अलबेला, पलंग पर लेटा, हो रहा बहुत उदास से
मेरी कौन पड़ावे भाँवरियाँ
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